अत धातु के रूप /Ata Dhatu ke roop - Sanskrit
क्रियापदानि:
क्रियापद वे शब्द होते हैं जो क्रिया का बोध कराते हैं। प्रत्येक वाक्य में एक क्रियापद होता है। प्रत्येक क्रियापद धातु (Dhatu) से बनता है और क्रिया के मूल रूप को धातु (Dhatu) कहते हैं।
धातुरूप (Dhatu roop):
प्रत्येक धातु(Dhatu) से अनेक क्रियापद बनते हैं। इसी को धातुरूप (Dhatu roop) कहते हैं। नीचे "अत" धातु के 5 लकार में रूप दिए गए हैं।
अत = निरन्तर चलना
परस्मैपदी
अत धातु के/ का रूप संस्कृत
लट् -लकार (Present Tense-वर्तमान काल )
एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
प्रथमपुरुष | |||
मध्यमपुरुष | अतसि | ||
उत्तमपुरुष | अतामि |
एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
प्रथमपुरुष | अतिष्यति | ||
मध्यमपुरुष | अतिष्यसि | ||
उत्तमपुरुष | अतिष्यामि | अतिष्यावः |
एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
प्रथमपुरुष | अततु | अतन्तु | |
मध्यमपुरुष | अत | ||
उत्तमपुरुष | अतानि |
एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
प्रथमपुरुष | आतत् | ||
मध्यमपुरुष | आतः | ||
उत्तमपुरुष | आतम् |
एकवचन | द्विवचन | बहुवचन | |
प्रथमपुरुष | अतेत् | ||
मध्यमपुरुष | अतेः | अतेतम् | |
उत्तमपुरुष | अतेयम् |
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