Sanskrit Class 8 Chapter 9  सप्तभगिन्यः  Translations in Hindi

Sanskrit Class 8 Chapter 9  Translations in Hindi

Sanskrit Class 8 Chapter 9  Translations in Hindi/

सप्तभगिन्यः 

इह पाठ 'सप्तभगिनी' यह एक उपनाम है। उत्तर-पूर्व के सात राज्य विशेष को उक्त उपाधि दी गयी है।  इन राज्यों का प्राकृतिक सौंदर्य अत्यन्त विलक्षण है। इन्हीं के सांस्कृतिक और सामाजिक वैशिष्ट्य को ध्यान में रखकर प्रस्तुत पाठ का सृजन किया गया है। 


👉अध्यापिका - सुप्रभातम्। 

छात्राः - सुप्रभातम्। सुप्रभातम्। 

अध्यापिका -भवतु। अद्य किं पठनीयम् ?

छात्राः -वयं सर्वे स्वदेशस्य राज्यानां विषये ज्ञातुमिच्छामः। 

अध्यापिका - शोभनम्। वदत।  अस्माकं देशे कति राज्यानि सन्ति। 

सायरा - चतुर्विंशतिः महोदये !

सिल्वी - न हि न हि महाभागे! पञ्चविंशतिः राज्यानि सन्ति। 

अध्यापिका - अन्यः कोSपि...?

स्वरा - (मध्ये एव) महोदये! मे भगिनी कथयति यदस्माकं देशे नवविंशतिः राज्यानि सन्ति। एतदतिरिच्य सप्त केन्द्रशासित प्रदेशाः अपि सन्ति। 

अध्यापिका -सम्यग्जानाति ते भगिनी।  भवतु, अपि जानिथ यूयं यदेतेषु राज्येषु सप्तराज्यानाम् एकः समवायोSस्ति यः सप्तभगिन्यः इति नाम्ना प्रथितोSस्ति। 

👉 हिन्दी अनुवाद (Hindi Translation) :-

अध्यापिका - सुप्रभात (प्रातःकाल शुभ हो। )

छात्राएँ - सुप्रभात। सुप्रभात। 

अध्यापिका - ठीक है।  आज क्या पढ़ना है ?

छात्राएँ - हम सभी अपने देश के राज्यों के विषय में जानना चाहते हैं। 

अध्यापिका - सुन्दर। बोलो।  हमारे देश में कितने राज्य हैं? 

सायरा - हे महोदया (श्रीमती जी) चौबीस। 

सिल्वी - नहीं, नहीं महोदया! पच्चीस राज्य हैं। 

अध्यापिका - और कोई भी ---?

स्वरा - (बिच में ही ) महोदया ! मेरी बहन कहती है कि हमारे देश में अट्ठाईस राज्य हैं। इसके अलावा सात केन्द्रशासित प्रदेश भी हैं। 

अध्यापिका - तुम्हारी बहन ठीक जानती है। ठीक है, क्या तुम सब जानते हो कि इन राज्यों में सात राज्यों का एक समूह है जो सात बहनों के नाम से प्रसिद्ध है ? 

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👉 सर्वे - (साश्चर्यम परस्परं पश्यन्तः) सप्तभगिन्यः? सप्तभगिन्यः?

निकोलसः - इमानि राज्यानि सप्तभगिन्यः इति किमर्थं कथ्यन्ते ?

अध्यापिका -प्रयोगोSयं प्रतीकात्मको वर्तते। कदाचित् सामाजिक-सांस्कृतिक-परिदृश्यानां साम्याद् इमानि उक्तोपाधिना प्रथितानि। 

समीक्षा - कौतूहलं मे न खलु शान्तिं गच्छति, श्रावयतु तावद् यत् कानि तानि राज्यानि?

अध्यापिका - शृणुत !

                अद्वयं मत्रयं चैव न-त्रि-युक्तं तथा द्वयम्। 

                सप्तराज्यसमूहोSयं भगिनीसप्तकं मतम्।   

इत्थं भगिनीसप्तके इमानि राज्यानि सन्ति-अरुणाचलप्रदेशः, असमः, मणिपुरम्, मिजोरमः, मेघालयः, नागालैण्डः, त्रिपुरा चेती। यद्यपि क्षेत्रपरिमाणैः इमानि लघूनि वर्तन्ते तथापि गुणगौरवदृष्ट्या बृहत्तराणि प्रतीयन्ते। 


👉 हिन्दी अनुवाद (Hindi Translation) :-

सभी - (आश्चर्य के साथ एक-दूसरे को देखते हुए) सात बहनें ? साथ बहनें ?

निकोलस - ये राज्य साथ बहनें इस नाम से क्यों कहे जाते है ?

अध्यापिका - यह प्रयोग प्रतीक के रूप में ही है।  शायद सामाजिक-सांस्कृतिक-वातावरण  की समानता के कारण यह उपर्युक्त नाम से प्रसिद्ध है। 

समीक्षा - मेरी जिज्ञासा शान्त नहीं हो रही है, तो सुनाइए कि वे कौन-से राज्य हैं?

अध्यापिका - सुनो!

"अ" से प्रारम्भ होने वाले दो, "म" से आरम्भ होने वाले तीन और "न" एवं "त्रि" से युक्त दो राज्य ही सात बहनों के रूप में माना गया है। 

इस प्रकार सात बहनों के रूप में ये राज्य हैं - अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मिजोरम, मेघालय, नगालैण्ड, और त्रिपुरा।  जबकि क्षेत्रफल के हिसाब से ये छोटे हैं तो भी गुण और गौरव की दृष्टि से बहुत बड़े प्रतीत होते हैं।     

👉 सर्वे -कथम् ? कथम् ?

अध्यापिका -इमाः सप्तभगिन्यः स्वीये प्रचीनेतिहासे प्रायः स्वाधीनाः एव दृष्टाः।  न केनापि शासकेन् इमाः स्वायत्तीकृताः। अनेक -संस्कृति-विशिष्टायां भारतभूमौ एतासां भगिनीनां संस्कृतिः महत्त्वाधायिनी इति। 

तन्वी - अयं शब्दः सर्वप्रथमं कदा प्रयुक्तः ?

श्रुतमधुरशब्दोSयं सर्वप्रथमं विगतशताब्दस्य द्विसप्ततितमे वर्षे त्रिपुराज्यस्योदघटनाक्रमे केनापि प्रवर्तितः।  अस्मिन्नेव काले एतेषां राज्यानां पुनः संघटनं विहितम्। 

स्वरा - अन्यत् किमपि वैशिष्ट्यमस्ति एतेषाम् ?   


👉 हिन्दी अनुवाद (Hindi Translation) :-

सभी - कैसे? कैसे ?

अध्यापिका - ये सातों बहनें (सात राज्य) अपने प्राचीन इतिहास में प्राप्यः स्वतन्त्र ही देखी गईं हैं। किसी राजा ने इन्हें अपने अधीन किया।  अनेक अधीन नहीं किया।  अनेक संस्कृति की किशेषता से युक्त भारत भूमि में इन बहनों की संस्कृति महत्त्वपूर्ण है। 

तन्वी - यह शब्द सबसे पहले कब प्रयुक्त हुआ ? 

अध्यापिका - सुनने में मीठा लगने वाला यह शब्द सबसे पहले पिछली शताब्दी के बहत्तरवें 1972 वर्ष में त्रिपुरा राज्य के उद्घाटन के समय किसी ने प्रयोग किया था। इसी समय इन राज्यों का फिर से गठन हुआ। 

स्वरा - इनकी और दूसरी भी कोई विशेषता है ? 


👉 अध्यापिका - नूनम् अस्ति एव। पर्वत-वृक्ष-पुष्प-प्रभृतिभिः प्राकृतिकसम्पद्भिः सुसमृद्धानि सन्ति इमानि राज्यानि। भारतवृक्षे च पुष्प-स्तबकसदृशानि विराजन्ते एतानि। 

राजीवः- भवति! गृहे यथा सर्वधिका रम्या मनोरमा च भगिनी भवति तथैव भारतगृहेSपि सर्वाधिकाः रम्याः इमाः सप्तभगिन्यः सन्ति। 

अध्यापिका - मनस्यगता ते इयं भावना परमकल्याणमयी परं सर्वे न तथा अवगच्छन्ति। अस्तु, अस्ति तावदेवतेषां विषये किञ्चिद विशिष्टयमपि कथनीयम्। 

सावहितमनसा शृणुत -

जनजातिबहुलप्रदेशोSयम्। गारो-खासी-नागा-मिजो-प्रभृतयः बहवः जनजातीयाः अत्र निवसन्ति। शरीरेण उर्जास्विनः एतत्प्रादेशिकाः बहुभाषाभिः समन्विताः, पर्वपरंपराभिः परिपुरिताः, स्वलीलाकलाभिश्च निष्णाताः सन्ति। 


👉 हिन्दी अनुवाद (Hindi Translation) :-

अध्यापिका - निश्चित रूप से है ही।  पहाड़-पेड़ आदि प्राकृतिक सम्पत्तियों से ये राज्य भरे हुए हैं और भारतवर्ष रुपी वृक्ष पर ये फूलों के गुच्छे की तरह शोभा पा रहे हैं। 

राजीव - हे महोदया! जैसे घर में सबसे अधिक प्यारी और मन को अच्छी लगने वाली बहिन होती है वैसे ही भारतरूपी घर में भी सबसे अधिक प्यारी ये सात बहनें हैं। 

अध्यापिका - तुम्हारी समझ में यह अति कल्याणकारी भावना आ गई परन्तु सभी वैसे नहीं जानते हैं। ठीक है, तो इनके विषय में कुछ विशेषता भी कहनी है। 

सावधान मन से सुनिए -

यह प्रदेश जनजातियों से युक्त है।  गारो-खासी-नागा-मिजो-आदि बहुत-सी जनजातियाँ यहाँ निवास करती हैं। शरीर से शक्तिशाली इस प्रदेश के निवासी बहुत भाषाओं से युक्त, पर्वों की परम्पराओं से भरे हुए, अपनी क्रिया और कलाओं में कुशल है। 


👉 मालती - महोदये! तत्र तू वंशवृक्षा एपीआई प्राप्यन्ते? 

अध्यापिका- आम्।  प्रदेशेsस्मिन् हस्तशिल्पानां बाहुल्यं वर्तते। आ वस्त्राभूषणेभ्यः गृहनिर्माणपर्यन्तं प्रायः वंशवृक्षनिर्मितानां वस्तूनाम् उपयोगः क्रियते। यतो हि अत्र वंशवृक्षाणां प्राचुर्यं विद्यते।  साम्प्रतं वंशोद्योगोSयं अन्ताराष्ट्रियख्यातिम् अवाप्तोSस्ति। 

अभिनवः - भगिनीप्रदेशोSयं बह्वाकर्षकः ज्ञायते। 

सलीमः - किं भ्रमणाय भगिनीप्रदेशोSयं समीचीनः? 

सर्वे छात्राः- (उच्चैः) महोदये! आगामिनि अवकाशे वयं तत्रैव गन्तुमिच्छामः। 

स्वरा - भवत्यापि अस्माभिः सार्द्धं चलतु। 

अध्यापिका - रोचते मेSयं विचारः एतानि राज्यानि तु भ्रमणार्थं स्वर्गसदृशानि इति। 


👉 हिन्दी अनुवाद (Hindi Translation) :-

मालती - हे महोदया! वहाँ तो बाँस के पेड़ भी पाए जाते हैं ?

अध्यापिका - हाँ।  इस प्रदेश में हस्तशिप्लों की बहुतायत है।  वस्त्रों और आभूषणों से लेकर घर को बनाने तक अधिकतर बाँस के वृक्षों से बनी वस्तुओं का उपयोग किया जाता है। क्योंकि यँहा बाँस के वृक्षों की अधिकता है।  इस समय यह बाँस का व्यवसाय अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की प्रसिद्धि को पा चुका है। 

अभिनव - यह बहनों का प्रदेश बहुत सुन्दर प्रतीत होता है। 

सलीम - क्या घूमने के लिए यह बहनों का प्रदेश उचित है ?

सभी छात्रा - (ज़ोर से) हे महोदया! अगली छुट्टी में हम वहीं जाना चाहते हैं। 

स्वरा - आप भी हमारे साथ चलिए। 

अध्यापिका - मुझे यह विचार अच्छा लगता है।  ये राज्य तो भ्रमण के लिए स्वर्ग के साथ समान हैं।  

English Translation -Coming soon....

👉शब्दार्थाः (Word Meaning) :- 

Sanskrit Words

Hindi Words

पठनीयम् 

पढ़ना चाहिए  

ज्ञातुम् 

जानने के लिए  

कति 

कितने  

चतुर्विंशतिः 

चौबीस  

पञ्चविंशतिः 

पचीस  

भगिनी 

बहन  

अष्टाविंशतिः 

अठाईस  

केन्द्रशासितप्रदेशाः 

केन्द्र द्वारा शासित प्रदेश  

अतिरिच्य 

अतिरिक्त  

भवतु 

अच्छा  

समवायः 

समूह  

प्रथितः 

प्रसिद्ध  

Sanskrit Class 8 Chapter 9  Translations in Hindi

प्रतीकात्मकः 

साङ्केतिक  

कदाचित् 

सम्भवतः  

उक्तोपाधीना 

कही गयी उपाधि से/ के कारण   

नाम्नि 

सन्देह  

अपरतः 

दूसरी ओर   

क्षेत्रपरिमाणैः  

क्षेत्रफल से  

लघूनि 

छोटे  

गुणगौरवदृष्ट्या 

गुण एवं गौरव की दृष्टि से  

बृहत्तराणि  

बड़े  

स्वाधीनाः 

स्वतन्त्र  

स्वायत्तीकृताः 

अपने अधीन किये गये  

महत्त्वाधायिनी 

महत्त्व को रखने वाली, महत्त्वपूर्ण  

श्रुतमधुरशब्दः 

सुनने में मधुर शब्द  

 Sanskrit Class 8 Chapter 9  Translations in Hindi

प्रभितिभिः 

आदि से  

विहितं 

विधिपूर्वक किया गया  

प्राकृतिकसम्पद्भिः 

प्राकृतिक सम्पदाओं से  

सुसमृद्धानि 

बहुत समृद्ध  

भारतवृक्षे 

भारतरूपी वृक्ष में  

पुष्पस्तबकसदृशानि 

पुष्प के गुच्छे के समान  

हृद्या 

प्रिय मनोरम  

रम्या 

रमणीय  

सावहितमनसा 

सावधान मन से  

उर्जस्विनः 

ऊर्जा युक्त  

पर्वपरम्पराभिः 

पर्वों की परम्परा से  

परिपूरिताः 

पूर्ण, भरे-परे 

समभिनन्दनीयम् 

स्वागत योग्य  

समीचीनः 

बहुत अच्छा  

स्वलीलाकलाभिः 

अपनी क्रिया एवं कलाओं से  

निष्णाताः 

पारङ्गत, निपुण  

वंशवृक्षनिर्मातानाम् 

बाँस के वृक्षों से निर्मित  

अवाप्तः 

प्राप्त 

बह्वाकर्षकः 

अत्यन्त आकर्षक  

बाढम् 

बहुत अच्छा

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